Pustak Sangdarshika

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Rated 4.72/5 (122) —  Free Android application by Srujan Jha

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About Pustak Sangdarshika

इस पुस्तक संदर्शिका में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ के पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों तथा पांडुलिपियों की सूची दी गई है। संदर्शिका लगभग 19000 पुस्तकों तथा 4000 पांडुलिपियों को सम्मिलित कर बनाई गई है । विविध विषयों पर हिंदी भाषा में लिखित लगभग 2000 पुस्तकों तथा संस्कृत विषय पर अंग्रेजी में लिखित 1000 पुस्तकों की सूची को भी सम्मिलित किया गया है।
देवनागरी लिपि तथा इंग्लिश में लिखित पुस्तकों के लिए 1. पुस्तक 2. लेखक 3. विषय के नाम से अलग - अलग खोज की सुविधा दी गई है। हस्तलिखित पांडुलिपियों को 1. हस्तलिपि के नाम से तथा 2. विषय के नाम से खोजने की सुविधा उपलब्ध है।
जिन संस्कृत पुस्तकों की अनेक प्रतियां अथवा टीका उपलब्ध है, उसपर क्लिक करने पर लेखक एवं टीकाकार का नाम खुलता है। यहां चयन कर पुस्तक का विस्तृत विवरण प्राप्त किया जा सकता है । जिन पुस्तकों के अनेक नाम प्राप्त होते हैं, उन्हें अलग-अलग प्रदर्शित किया गया है।
पुस्तक तथा लेखक नाम के पूर्व लिखे गये आलंकारिक उपाधियों, मंगलवाची पदों यथा श्री, अथ, डॉ., आचार्य आदि को हटाकर टंकित किया गया है,तथापि असावधानीवश कुछ शेष रह गये हैं। वर्तनी की विविधता के कारण एक ही पुस्तक तथा लेखक के नाम अलग अलग हो जाते हैं। यथा तत्त्व तत्व, चिंतन चिन्तन, रघुवंशम् तथा रघुवंशमहाकाव्यम् , रामकिशोर राम किशोर आदि । अतः वर्णक्रम से खोज करने वाले खोजकर्ता अलग - अलग वर्तनी तथा प्रचलित नाम के वर्णक्रम में भी देखें। उपर्युक्त के समाधान तथा आपकी सुविधा हेतु कीवर्ड सर्च की सुविधा दी गयी है । उपयोगकर्ताओं की सुविधा को ध्यान में रखकर किन्हीं उपविषयों को मूल वर्ग में तो किसी उपविषय को विषय के रूप में रखा गया है। कुछ पुस्तकों को अवर्गीकृत श्रेणी में रखा गया है। विषय से खोज के क्रम में यदि पुस्तक उपलब्ध नहीं हो तो पुस्तक नाम अथवा लेखक के नाम से ढूंढना चाहिए ।
पुस्तकालय में जिन पुस्तकों की एक प्रतियां उपलब्ध हैं, वहाँ एक परिग्रहण संख्या दी गयी है।एक से अधिक प्रतियों के लिए प्रत्येक पुस्तक की पृथक् - पृथक् परिग्रहण संख्या दर्शायी गयी है। अनेक भाग वाले पुस्तकों के भाग संख्या में , चिह्न देकर अन्य भाग की संख्या लिखी है। पुस्तकों का विषय विभाजन संस्कृत वाङ्मय को केंद्र में रखकर किया गया है।
आशा है सुधी उपयोगकर्ता उपयोग के द्वारा इसके सैद्धांतिक पक्ष से परिचित हो जाएंगे । भविष्य में इसमें और अधिक परिवर्तन तथा संशोधन किया जाता रहेगा।
प्रोफेसर मदन मोहन झा तथा इनके सुपुत्र श्री सृजन झा ने सर्वसुलभ इस पुस्तक संदर्शिका के द्वारा पुस्तकालय में भंडारित पुस्तकों तथा हस्तलेखों को जन-जन के Android फोन तक पहुँचाकर सबके लिए ज्ञान का द्वार उद्घाटित कर दिया है। इसमें मैं निमित्तमात्र हूं । संस्कृत जगत् प्रो. झा का चिर आभारी रहेगा । मैं किन शब्दों में कृतज्ञता अर्पित करूं?

जगदानन्द झा
प्रशासनिक अधिकारी
उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान, लखनऊ

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What are users saying about Pustak Sangdarshika

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by T####:

संस्कृत पुस्तकालयों का डिजितलाईजेसन आरम्भ। यह कार्य संस्कृत अध्येताओं के लिए बहुत ही लाभप्रद रहेगा।। साथ ही सभी की पहुच पुस्तकालय तक बहुत ही आसानी से हो सकेगी।। शुभ कार्य के लिए बहु बहु धन्यवाद।।

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by T####:

बहुत अच्छा प्रयास है! लेकिन अंग्रेजी विभाग में कुछ त्रुटियाँ हैं। जैसे कि Arthashastra के स्थान पर Artharatra है, mahabhashya के स्थान पर magabharya है, इत्यादि। कृपया इसकी proof reading अवश्य कराएं जिससे कि यदि किसी शोध छात्र को संदर्भ ग्रंथ सूची बनाने में मदद मिलेगी। यह ज्ञात है कि बड़े पैमाने पर जब कार्य होता है तो समस्याएं आती हैं परन्तु लेखन सम्बन्धी त्रुटियाँ इस क्षेत्र में न्यूनातिन्यून हों तो उत्तम है। ????????

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by J####:

मैं अपने शोध कार्य हेतु इन्टरनेट पर सहायक सामग्री की खोज में थी तभी मुझे यह एप मिला, इस एप की सहायता से इच्छित पुस्तक के बारे में जानकारी मिल रही है।

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by T####:

उत्तम प्रयास हेतु हार्दिक धन्यवाद ! पुस्तक के नाम एवं प्रकाशन की अच्छी जानकारी है ! यदि इसमें download हेतु कोई लिंक भी दिया जाये, तो हमारे लिए और अधिक उपयोगी होगा !

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by T####:

बहुत ही अच्छा कार्य जिस भाषा के विषय में कहा जाता था कि ये मृत भाषा है उस भाषा में ऐसे कार्य देखकर मन खुश हो गया काश संस्कृत के विद्यार्थी और शिक्षक सभी इस प्रकार के कार्यों में लग जाए तो संस्कृत आज फिर सबसे ऊपर पहुंच जाए

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by Q####:

बहुत ही सुंदर हम सभी शोध छात्रो के लिए कोटिश प्रणाम श्री मदन मोहन झा महोदय एवं श्री जगदानंद झा जी को ।

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by D####:

Very good. I have been searching for long time to study sanskrit book . My b this app help me Definitely ✌✌✌

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by W####:

Bohat Sari book me padana chahta hu.. Kash book bi thodi uplabdh hojati. Bohat achchi books info. H really.

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by T####:

सर इसमें दी हुई पुताकेँ डाउनलोड कैसे करें?

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by Y####:

अत्युत्तम: पुस्तकम् एतत् स्थितौ एतत् पुस्तकम् अतिवावश्यकम्

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by T####:

सराहनीय, कदम है, पर में इन्हें पड़ना कैसे।

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by Y####:

Pustak khul nahi rahe he

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by T####:

अतीव सुंदर,जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम् ।

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by T####:

how use the app, I can't

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by T####:

बहुत उपयोगी ऐप

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by N####:

Divyadbhut

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by T####:

बहुशोभनम्

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by T####:

अत्तिउत्तम

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by J####:

Shobhanam

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LOVED IT

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by G####:

good for searching

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by T####:

Nice aaps

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by B####:

Great app

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by P####:

Best

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by E####:

जैसे-जैसे मैं संस्कृत सीखता जा रहा हूँ, मैं इस देवभाषा की विशिष्टताओं पर मोहित होता जा रहा हूँ। संस्कृत को आधुनिक कलेवर देने और इसे पुनः समाज की मुख्य धारा से जोड़ने में यह प्रयास मील का पत्थर साबित होगा।

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by N####:

सराहनीय सराहनीय कार्य है आप जिस भावना से संस्कृत की सेवा कर रहे हैं वह बहुत कम लोगों में पाई जाती है हालांकि में एक संस्कृत का विद्यार्थी हूं लेकिन फिर भी कहीं ना कहीं आलस्य भारी पड़ता है आप तमाम व्यस्तताओं के बावजूद जिस तरीके से काम कर रहे हैं वह हमारे जैसे संस्कृत जिज्ञासुओं के लिए एक प्रेरणा प्रद कार्य है मैं आपको दिल से धन्यवाद देता हूं

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by N####:

संस्कृत पुस्तकालयों का डिजितलाईजेसन आरम्भ। यह कार्य संस्कृत अध्येताओं के लिए बहुत ही लाभप्रद रहेगा।। साथ ही सभी की पहुच पुस्तकालय तक बहुत ही आसानी से हो सकेगी।। शुभ कार्य के लिए बहु बहु धन्यवाद।।

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by N####:

पुस्तकालय के इतिहास का एक नया अध्याय । जो आदरणीय जगदानन्दझा जी ने जोडा। अवश्य ही मील का पत्थर सिद्ध होगा ।

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by N####:

बहुत ही अच्छा कार्य जिस भाषा के विषय में कहा जाता था कि ये मृत भाषा है उस भाषा में ऐसे कार्य देखकर मन खुश हो गया काश संस्कृत के विद्यार्थी और शिक्षक सभी इस प्रकार के कार्यों में लग जाए तो संस्कृत आज फिर सबसे ऊपर पहुंच जाए

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by J####:

बहुत ही सुंदर हम सभी शोध छात्रो के लिए कोटिश प्रणाम श्री मदन मोहन झा महोदय एवं श्री जगदानंद झा जी को ।

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by N####:

यह अत्यन्त सराहनीय हैं, निश्चित ही संस्कृत प्रेमियों को इससे महती लाभ होगा।

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by N####:

Good app for the betterment of Sanskrit education .thanks to jagdanand Ji for wonderful app

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by L####:

बहुत ही बढिया, सभी के लिए उपयोगी। Digital India के तहत अद्वितीय प्रस्तुति ।

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by L####:

It's very great work.. Such as we are expecting form years. It is called SANSKRIT SEWA.

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by S####:

It is very useful and informative

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by P####:

Saral sahaj atiutam aap

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by N####:

सर्वोत्कृष्ट एप्प

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by N####:

अद्भुत एवं अतिशय महत्वपूर्ण ... कोटि-कोटि प्रणाम आपको ........

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by N####:

अत्यन्त उपयोगी

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by N####:

उत्कृष्ट संकलन


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